Wednesday, October 12, 2022

वैसा क्या हो गया सन २०१६ में?

(१) सन २०१६ से पहले कोइ रेकॉर्ड नहीं है कि मैंने कभी क्लेम किया हो कि मैं भगवान हुँ। २,००० साल पहले मैं जीसस था और आज मैं हुँ। तो वैसा क्या हो गया सन २०१६ में?
(२) १२ महिने सन २०१६ में मैं एक होमलेस शेल्टर में रहा मैनहट्टन में। वो अभी भी है। शायद ३२ण्ड स्ट्रीट और फर्स्ट अवेन्यू के कोने पर। वो ईश्वर का निर्णय था। मैंने वहाँ १२ महिने रह के न्यु यॉर्क को और अमेरिका को माफ़ किया। सन २००८ में न्यु यॉर्क ने, अमेरिका ने मुझे छे महिने इमीग्रेशन डिटेंशन में रखा। जेल ही होता है। प्रत्येक कदम पर वो गलत निर्णय था। तो मैंने माफ़ किया। यदि आप को २,००० साल पहले क्या हुवा वो मालुम है तो that goes with my character.
(३) उस एक साल के दौरान मुझे कहा गया। तुम हो। तुम ही हो। किसने कहा? ईश्वर ने कहा। भगवान विष्णु ने कहा। शिवजी ने कहा। क्रिस्चियन जिन्हें होली फादर और होली स्पिरिट कहते हैं। ढेर सारे एंजेल्स खटाये थे हौली फादर ने उस प्रोजेक्ट के लिए। जैसे कि मुझे touch and cure दिखाया गया।
(४) शैतान से कितनो बार मुलाकात हुवी मेरी।
(५) मुझे मैं जो हुँ वो कहने के लिए ईश्वर ने एक साल लगाए तो आप को क्या लगता है, मैं कितना सब्र करूंगा? लोगों को कितना समय दुंगा? मैं अपना परिचय स्थापित करने के लिए बहुत सब्र से काम लुँगा।
(६) कुछ बहुत बड़ा होने वाला है। तब न होली सन भी धरती पर। होली फादर भी धरती पर मानव अवतार में।
(७) कलियुग की समाप्ति और सत्य युग का शुरुवात होनेवाला है।
(८) ऐसा लगता है कि एक स्क्रिप्ट है। वो लिखा हुवा है। कहीं छुपा के नहीं रखा गया। वो धर्म ग्रंथों में है। और उसी के अनुसार काम हो रहा है।
(९) सिर्फ हम दोनों नहीं आए हैं। ढेर सारे और आए हैं। विश्व में जगह जगह हैं। इतना बड़ा प्रोजेक्ट है कि इस के तुलना में दुनिया के इतिहास में कोइ १०% साइज का कोइ प्रोजेक्ट भी मुझे दिख नहीं रहा। कलियुग की समाप्ति का प्रोजेक्ट। सत्य युग के शुरुवात का प्रोजेक्ट।
(१०) एक संगठन तैयार करनी है। काम जो है कोइ जादु टोना वाला काम नहीं है। ऐसा काम है जो मनुष्य समझ सके, मनुष्य कर सके। हम अभी उस संगठन की, उस कल्कि सेना के प्रथम १०,००० लोग ढुढ रहे हैं। वो कोइ भी हो सकता है, कहीं भी हो सकता है। दुनिया भर में हो सकता है।
(११) फंडरेजिंग भी करनी होगी। संगठन अगर बनानी है तो फंडरेजिंग तो होगी ही।
(१२) विश्व के अर्थतंत्र को पुरे एक नए किसिम से पुनर्गठन करने होंगे। एक ऐसा अर्थतंत्र जहाँ काम कोइ भी हो आदमी को कमाई में जो मिलती है वो समय। समय तो सब के लिए बराबर है। आप का एक घंटा भी एक घंटा। मेरा एक घंटा भी एक घंटा। एक केरा किसान ने आठ घंटा काम किया तो उसने आठ घंटे कमाए। एक डॉक्टर ने आठ घंटे काम किये तो उसने भी आठ घंटे कमाए। दोनों को बराबर। रूपया, डॉलर, ये सब ख़त्म। सिर्फ एक करेंसी समय। खरीद बिक्री सब समय में हो। किसी चीज का मुल्य दो सेकंड, किसी का पाँच मिनट। किसी चीज का मुल्य चार घंटे।
(१३) इस विषय पर कल्कि अवतार, भगवान कल्कि एक किताब लिख रहे हैं। कुछ अध्याय मैंने पढ़े भी है।
(१४) पहले तो विचार सामने आएगा। उस पर कोइ भी इच्छुक व्यक्ति अपने विचार रख सकेंगे। प्रश्न कर सकेंगे। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले नेपाल में काम होगी। एक राजनीतिक पार्टी की स्थापना होगी। लोग मतदान ही करेंगे। अर्थात नेपाल में नेपाल के जनता भोट देकर ही सत्य युग का स्थापना करेंगे।
(१५) नेपाल के बाद भारत और चीन। उसके बाद समस्त दुनिया। घडी देख के अभी के २१ सालो में कलि युग समाप्त। उस के बाद सत्य युग। उस सत्य युग का वर्णन बाइबल में है। समस्त पृथ्वी पर शांति और समृद्धि। ईश्वर का प्रत्यक्ष शासन। राम राज्य सिर्फ अयोध्या में था। कल्कि राज्य सारे पृथ्वी पर। उसी कल्कि राज्य दुनिया भर के चर्च में दो हजार साल से लोग प्रार्थना करते आ रहे हैं। Thy Kingdom come, thy will be done, on earth as in heaven.

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