Wednesday, October 12, 2022

छत पिटने से पहले नींव रखनी होती है, दिवारे खड़ी करनी होती है

नास्तिक लोग अजीब होते हैं। लेकिन वहाँ तर्क की बात नहीं होती। दुर्योधन के सामने साक्षात भगवान कृष्ण ही तो खड़े होते थे। फिर भी उसको बात समझ में नहीं आती थी। क्योंकि उसके आराध्य देव ही अलग।शैतान।

शैतान कहता है इन्सान को, ईश्वर है ही नहीं, सब बकवास है। न ईश्वर है न कोइ शैतान है। न कोइ नर्क न स्वर्ग। बस यही एक जीवन है। जीभर के मोजमस्ती करो। पाप पुण्य कुछ भी नहीं।

कुरान में शैतान कहता है मनुष्य को, ये धरती जो तुम्हारा घर है, इसे तुम्हारे ही हाथों नष्ट करबाउंगा। ग्लोबल वार्मिंग को देख लिजिए।

क्या वजह है कि टेन कमांडमेंट्स के प्रथम चार ईश्वर से सम्बंधित हैं। बार बार कहा जाता है, ईश्वर की आराधना करो। क्यों? क्यों कि चुक गए तो शैतान दबोच लेगा। आप शैतान के गिरफ्त में आ जाओगे।

यहुदी का इतिहास स्पष्ट है। पाँच हजार साल का इतिहास है। क्रिस्चियन धर्म का तो अपना पुरा कैलेंडर है। दो हजार साल का इतिहास। इस्लाम शुरू हुवा कोइ १४०० साल पहले। भगवान बुद्ध २५०० साल पहले। तो अगर हिन्दु कहते हैं कि कलियुग ५,००० साल से चला आ रहा है तो उस हिसाब से ये सब के सब कलि युग काल के भितर से हैं। कलियुग में मनुष्य की आध्यात्मिक ज्ञान की क्षमता ही कम होती है। एक पाँच क्लास के विद्यार्थी को १२ क्लास वाले पुस्तक नहीं पढ़ाए जाते। पहले कलि युग ख़त्म कर के सत्य युग की स्थापना करने होंगे तब दुनिया भर के लोग को सनातन धर्म समझ आने लगेगी। लेकिन अब आने वाली सतयुग में सिर्फ पुराने बाते रीसाइक्लिंग होंगे ऐसी बात नहीं। ईश्वर नए नए बात कहने वाले हैं। और सिर्फ भुगोल की बात नहीं। बोली वचन व्यवहार की बात होती है। सनातन धर्म किताबों में होंगे। आप के दिल और दिमाग में क्या है? आप का आचरण कैसा है?

दुनिया के भुगोल को देख लिजिए। हिमालय पर्वत का विशिष्ट स्थान है ये स्पष्ट दिखता है। इतने बड़े बड़े नदियाँ हिमालय से सागर की ओर बढ़ती हैं। तब न इतने सारे लोग रह रहे हैं।

५,००० साल से हिन्दु प्रतिक्षारत हैं कि भगवान विष्णु के कल्कि अवतार आएंगे और कलियुग को ख़त्म करेंगे। आ गए हैं। धरती पर हैं। मैंने न्यु यॉर्क न्यु जर्सी के समस्त हिन्दु मंदिरों को फोन किया। कल्कि अवतार धरती पर हैं। आ गए हैं। धर्म ग्रन्थ के भविष्वाणी के आधार पर परिचय स्थापित होती है। कल्कि सेना ज्वाइन किजिए। लोगों की प्रतिक्रिया आती है। एक, मैं आप के बात को समझ नहीं रहा। दो, में आप की बात को मान नहीं रहा। अर्थात आप जो कह रहे हैं वो सही नहीं है। अभी तो कलि युग के चार लाख साल और बाँकी हैं। अभी इतने जल्दी कैसे आ जाएंगे?

कहने वाले कहते हैं कुरुक्षेत्र में एक अरब लोग मारे गए। जबकि उस वक्त समष्ट पृथ्वी की जनसंख्या करोडो में रही होगी। कुरुक्षेत्र अभी भी है। वहाँ एक अरब लोग खड़े हो सके उतना जगह नहीं है। किसी तरह आदमी पर आदमी खड़े हो भी गए तो पाकेटमारी तक नहीं कर सकेंगे। युद्ध तो दुर की बात है। युद्ध के लिए जगह चाहिए।

ये चार लाख साल आप किस आधार पर कह रहे हैं?

कल्कि अवतार धरती पर हैं। मैं धरती पर हुँ। मैं कौन? मैं कल्कि सेना का सेनापति। मैं वही हुँ जिसके आने का दुनिया भर के क्रिस्चियन आज दो हजार सालो से इंतजार कर रहे हैं। यहुदी मेरा चार हजार साल से इंतजार कर रहे हैं। दुनिया भर के चर्च में ब्रेड और वाइन का रश्म किया जाता है। जीसस जे मरने से एक रोज पहले कहा, मैं फिर आउंगा। मेरे आने तक मेरे याद में ये रश्म करते रहना। करते आए हैं। दो हजार साल हो गए।

मेरे बारे में बाइबल में हजारों साल पहले लिख दिया गया, कि मुझे दुनिया भर के लोग एक साथ देखेंगे। वो भविष्यवाणी इंटरनेट से सम्बन्धित है। कल्कि अवतार के सफ़ेद वाहन का जिक्र है। लोग उसे घोड़ा कहते आए हैं। वो सफ़ेद हवाइजहाज है।

महाभारत में एक जगह कहा गया है, हे ब्रम्हा, आप के ढेर सारे नाम हैं। और उन कुछ नामों को वहाँ लिख दिया गया है। एक नाम है इसा। इसा कौन? कुरान में जिस व्यक्ति का सबसे ज्यादा जिक्र है वो है इसा। इसा को बाइबल में कहा गया है जीसस। जीसस को माँ कहती थी येशुआ। कुछ लोग येशु कहते हैं।

ब्रम्हा विष्णु के नाभी से उत्पन्न हुवे। अर्थात पैदा हुवे। इसिलिए तो भगवान विष्णु को कहा जाता है होली फादर और ब्रम्हा को होली सन। ब्रम्हा जब बड़े हो गए तब होली स्पिरिट अर्थात शिवजी जो ये सब देख रहे थे वे ब्रम्हा के सामने एक बालक के रूप में उपस्थित हुवे। बालक रो रहा है। ब्रम्हा ने पुछा, हे बालक तुम क्युँ रो रहे हो? तो मेरा कोइ नाम नहीं है।

मेरे को नेपाली भाषा और साहित्य पढ़ाने वाले एक गुरु जी हैं। अभी भी हैं। काठमाण्डु में रहते हैं। किसी दुसरे ही क्लास में जहाँ मैं नहीं था। वो शिवजी के समस्त नाम कहने लगे। ५० मिनट की क्लास ख़त्म हो गयी। नाम नहीं ख़त्म हुवा।

तो ब्रम्हा ने शिवजी को गोद लिया। शिवजी जब सतयुग में धरती पर अवतरित हुवे तो शादी से पहले उन्हें पुछा गया। पिता का नाम? ब्रम्हा। दादा का नाम? विष्णु। परदादा का नाम? मैं खुद अपना परदादा। अर्थात शुरू में ईश्वर अमीबा की तरह एक से दो हो गए। फिर ब्रम्हा पैदा हुवे। फिर शिवजी को ब्रम्हा ने गोद लिया। अर्थात गोद लिया हुवा संतान और पैदा किया गया संतान दोनों बराबर। त्रिदेवों के बीच प्यार का एक सर्कल है। असीमित प्यार के क्षमता वाले तीन देवों के बीच।

रामायण किसने लिखा? तो ब्रम्हा ने। महाभारत? ब्रम्हा। बाइबल किसने लिखा? शिवजी ने। जिसे क्रिस्चियन होली स्पिरिट कहते हैं वो शिवजी हैं।

आज दो हजार साल से लगातार दुनिया भर के क्रिस्चियन होली फादर अर्थात भगवान विष्णु को प्रार्थना करते आए हैं कि हे ईश्वर जिस कदर स्वर्ग में तेरा प्रत्यक्ष शासन है उसी तरह धरती पर भी तेरा प्रत्यक्ष शासन चाहिए। अर्थात कल्कि अवतार का इंतजार क्रिस्चियन भी कर रहे हैं। सत्य युग का वर्णन है बाइबल में। सारे धरती पर शांति और समृद्धि रहेगी ऐसा कहा गया है।

कोइ भगवान राम का पुजा कर रहा हो और मैं उसे कहुँ बाहर भगवान कल्कि खड़े हैं आइए मिल लिजिए और जवाव आबे कि मैं तो व्यस्त हुँ पुजा कर रहा हुँ। अभी दो हप्तो से न्यु यॉर्क न्यु जर्सी में हिन्दु मंदिर के व्यवस्थापन कर रहे लोग कुछ वैसा ही कह रहे हैं।

जिस ईश्वर को आप फोन डायल कर के फोन पर बात कर सकते हैं आप उस ईश्वर को पत्थरों में किधर ढूँढ रहे हैं? पुजा करते जाइए। जरूरी बात है। हम भी करते हैं। हम भी प्रार्थना करते हैं। लेकिन कलि युग के समाप्ति का जो प्रोजेक्ट है उस में सहभागी तो होइए।

अभी हमें तलाश है उन लोगों की जो कल्कि सेना के प्रथम १०,००० सदस्य बनेंगे।

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