Wednesday, December 7, 2022

भगवान कल्कि का कलि युग समाप्ति का प्रोजेक्ट एक राजनीतिक आर्थिक कार्यक्रम है

भगवान कल्कि का कलि युग समाप्ति का प्रोजेक्ट एक राजनीतिक आर्थिक कार्यक्रम है। भगवान कल्कि का कलि युग समाप्ति का प्रोजेक्ट एक राजनीतिक आर्थिक कार्यक्रम क्यों है? 

कुछ ही महिनो में एक किताब बाहर आएगी। कलि युग समाप्ति कैसे होगा उस बात का जवाब उस पुस्तक में रहेगी। विचार को इस किस्म से प्रस्तुत किया जा रहा है कि एक साधारण मनुष्य समझ सके। पायलट प्रोजेक्ट नेपाल में रहेगा। एक राजनीतिक पार्टी ही दर्ता होगी। वो पार्टी चुनाव ही लड़ेगी। चुनाव जित के ही राजनीतिक आर्थिक कार्यक्रम लागु करेगी। लोग स्वेच्छा से ही सहभागी होंगे। कोइ जादु टोना नहीं। कोइ छु मन्तर नहीं। भगवान कल्कि का कलि युग समाप्ति का प्रोजेक्ट मानवीय संभावनाओं से हो के गुजरता है। 

प्रमुख विचार इतना सहज और साधारण है कि कोइ भी समझ जाए। इतना सहज और साधारण कि मेरा माथा हप्तो स्पिन करता रहा। 

लेकिन बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। दुनिया के इतिहास में इतना बड़ा प्रोजेक्ट पहले कभी हुवा ही नहीं। जिस राजा का यहुदी हजारों सालों से इन्तजार कर रहे हैं और जो राजा येशु ना थे -- येशु तो फ़क़ीर थे -- वो भगवान कल्कि हैं, रहेंगे, बनेंगे। राम राज्य सिर्फ अयोध्या में। कल्कि राज्य सारे पृथ्वी पर। 

पिछले मानव अवतार में भगवान बुद्ध थे। पैदा हुए तो एक ज्योतिष उनके पिता राजा के पास आया और बोला, "आपका ये बेटा बहुत विशेष है। या तो ये सारे पृथ्वी का राजा बनेगा। नहीं तो जोगी।" राजा को तो राजा चाहिए था। तो पिता राजा ने पुरा प्रयास किया कि बालक जोगी बनने की सोंचे भी नहीं। उस समय के प्रत्येक संभव सुख सयल राजकुमार सिद्धार्थ को उपलब्ध कराए राजा ने। फिर भी बालक जोगी बना। इस बार लेकिन राजा बनने आए हैं। 

येशु के शिष्यों ने पुछा, "हम ईश्वर की प्रार्थना किस प्रकार करें?" 

तो येशु ने कहा, कहो कि हे ईश्वर, धरती पर आप का प्रत्यक्ष शासन चाहिए। दुनिया भर के चर्चो में आज २,००० साल से वो प्रार्थना किया जाता रहा है। वो प्रार्थना है सारे पृथ्वी पर कल्कि राज्य के स्थापना के लिए। 

आज पाँच हजार साल से ज्यादा हो गए, दुनिया भर के हिन्दु इन्तजार कर रहे हैं कि भगवान बिष्णु जिस तरह राम, कृष्ण, बुद्ध बन के आए उसी कदर भगवान कल्कि बन के आएंगे और कलि युग की समाप्ति करेंगे। 

तो भगवान कल्कि का वो कार्यक्रम एक राजनीतिक आर्थिक कार्यक्रम है। 

लेकिन कलि युग के समाप्ति के बाद जब सत्य युग शुरू होगी तब ईश्वर कुछ नया कहने जा रहे हैं। ईश्वर के असीमित ज्ञान का थोड़ा सा अंश किसी भी धर्म ग्रन्थ में है। ईश्वर थोड़ा और कहने जा रहे हैं। लेकिन अभी कलि युग में एक औसत मनुष्य की आध्यात्मिक ज्ञान की क्षमता ही बहुत कम होती है। पहले इस कलि युग को ख़त्म करना होगा। धर्म की स्थापना करनी होगी। 

गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है, संभवामी युगे युगे। कि मैं युग युग में आता रहुँगा। आ पहुँचे हैं। धर्म की स्थापना करेंगे। सत्य युग का शुरुवात होगा। घड़ी देख के २२ साल में सत्य युग शुरू। 



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