भगवान कल्कि के बारे में ढेर सारे भ्रम हैं। आर्टिस्ट लोग आप ने देखे होंगे भगवान कल्कि को सफ़ेद घोड़े पर बिठा देते हैं। क्यों? क्यों कि भविष्य पुराण में उनके सफ़ेद वाहन का जिक्र है। वो सफ़ेद वाहन हवाइजहाज है।
एक धर्म के ज्ञाता ने मेरे से बहस किया ट्विटर पर। पुछा आप की मां है? मैंने कहा बिलकुल है। तो उन्होंने कहा आप जीजस हो ही नहीं सकते। हम तो इस इन्तजार में हैं कि जीजस बादलों से उतरेंगे। बाइबल में वैसा कहा गया है। लेकिन वो हवाइजहाज के बारे में कहा गया है। और वो भी हजारों साल पहले।
मैं काम के सिलसिले में दुनिया भर जब जाउँगा तो अभी के समय में कैसे जाउँगा? स्वाभाविक है हवाइजहाज से। तो वो भविष्यवाणी बाइबल में है कि जीजस बादलों से उतरेगा।
दुसरा भ्रम है शम्भल। लोग शम्भल शहर ढुंढते हैं। कि भगवान कल्कि शम्भल शहर में पैदा होंगे। भविष्य पुराण में पाँच हजार साल पहले लिख दिया गया। मेरे को आश्चर्य नहीं होगा अगर उन शहरों का नामाकरण पिछले ५,००० साल में हुवा हो। कि चलो शहर का नाम कुछ इस प्रकार रख दो कि ईश्वर को यहाँ पर आना पड़े। लेकिन शम्भल को देश कहा गया है। शम्भु का देश। पशुपतिनाथ का देश। अर्थात नेपाल। २५०० साल पहले भगवान विष्णु लुम्बिनी में पैदा हुवे। इस बार मटिहानी में। नेपाल के पश्चिमी तराई का लुम्बिनी। नेपाल के ही पुर्वी तराई का मटिहानी।
मैंने साधगुरु को एक वीडियो में ये कहते देखा है कि अगत्स्य मुनि ४०० साल तक जिए। लेकिन वो चार हजार साल भी हो सकता है। यार ४०० की आयु और ४,००० साल की आयु में क्या थोड़े का अन्तर है?
किसी की उम्र पुछो और कह दे यही कोइ साठ पैसठ तो वो बात मैं समझ सकता हुँ। लेकिन कोइ कहे यही कोइ ४०० साल या ४,००० साल तो वो मेरे पे ग्रेड से उपर की बात है। मैं नहीं समझ रहा। ४०० या ४१० नहीं तो ४५० तक कह डालो। ४०० या ४,००० का मतलब क्या?
डेसीमल सिस्टम में होता है उस विन्दु को थोड़ा इधर उधर कर दो बात कहाँ से कहाँ पहुँच जाती है।
भगवान राम ७,००० साल पहले न आ के अगर लाखों साल पहले आए हो तो क्या वो ज्यादा महान भगवान हुवे? भगवान कल्कि अभी न आ के अगर चार लाख साल बाद आते हैं तो वो ज्यादा पुजनीय होंगे? अपने आगे पिछे तो देखो। अधर्म कितना है आज दुनिया में। लेकिन भगवान के बड़प्पन की बात नहीं। भारतवर्ष के हिन्दु कुछ ये कहना चाहते हैं कि हमारी सभ्यता बहुत पुरानी है। कितनी पुरानी? तो वो डेसीमल का बिन्दु को ठेलने लग जाते हैं।
चिनिया लोगों को बहुत गर्व है इस बात पर की उनकी इतिहास पाँच हजार साल पुरानी। यहुदी भी गर्व से कहते हैं हमारा भी ५,००० साल का इतिहास है। हम भी पुराने लोग हैं। तो भारतवर्ष के हिन्दु कहने लगते हैं अरे तुम्हारा सिर्फ पाँच हजार? हम तो यहाँ पाँच लाख साल से हैं।
अगर भगवान कल्कि मान लो आप के हिसाब से समय से पहले आ भी गए हो तो आप को ऐतराज क्या? उनकी सृष्टि उनकी मर्जी। आप को कोइ प्रॉब्लम?
सबसे बड़ा भ्रम है कि कलि युग चार लाख बत्तीस हजार साल चलेगी। शिव जी पिछले सत्य युग में आए। उनके शिष्यों ने वाराणसी की स्थापना की १०,००० साल पहले। तो वो सत्य युग की घटना। भगवान राम की जन्म कुंडली बता रही वो ७,००० साल पहले आए त्रेता युग में। श्री कृष्ण द्वापर में ५,००० साल पहले। स्पष्ट बात है कि एक युग कुछ हजार सालो तक चलता है। अगर गर्मी तीन माह का हो, पतझड़ तीन माह का, जाड़ा तीन माह का और कोइ कहे वसन्त ऋतु अब आगे ५० साल चलेगी वैसी बात हो गयी। कलि युग ५,००० साल चल चुकी है। प्रयाप्त नहीं हुवा आप को? आप चाहते है ये और चलता रहे? आपकी इच्छा पुरी नहीं हुवी कलि युग से? अभी और चाहिए?
जो लोग कहते हैं कलि युग चार लाख साल चलेगी वही लोग ये भी कहते हैं कि महाभारत के युद्ध में बिलियन के बिलियन लोग मारे गए। जिस कुरुक्षेत्र में वो युद्ध हुवा वो अभी भी है दिल्ली के पास। वहाँ अगर बिलियन बिलियन लोग फिट करने पड़ जाए तो आदमी पे आदमी, आदमी पे आदमी फिर भी संभव नहीं। किसी तरह कर भी लो तो पाकेटमारी तक नहीं हो पाएगी। युद्ध तो दुर की बात है।
अगर भगवान कल्कि सौख से सफ़ेद घोड़े पर बैठ भी जाते हैं तो लेकिन काम के सिलसिले में उन्हें घोड़े से उतर हवाइजहाज पर चढ़ जाने होंगे। वो चाहे तो घोड़े पर बैठ सकते हैं। क्युँ नहीं? भगवान हैं। कुछ भी कर सकते हैं।
मैं घुमफिर कर इस सफ़ेद घोड़े के बात पर इस लिए आ रहा हुँ कि देखिए एक सीधे से भविष्यवाणी को आप ने कितना गलत समझ डाला? क्या ये संभव है कि आप के दिल और दिमाग में और भी गलतफहमियाँ हो?
क्या ये संभव है कि आप ने भगवान कल्कि के और भी भविष्यवाणी को गलत समझ डाला हो? थोड़ा सा तो जगह बचा के रखो। उस घोड़े को देख लो एक बार।
Listen to "भगवान कल्कि के बारे में ढेर सारे भ्रम हैं" by paramendra: Son of God: Jesus come back as promised . ⚓ https://t.co/PwLwStAqov
— Paramendra Kumar Bhagat (@paramendra) December 20, 2022
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